Friday, April 6, 2012

वो सब ख्वाब था....

इस सजा का मै खुद हकदार था,
बेवफा अगर तुम ना थे, तो बेवफा मै भी ना था,
कितनी मोहब्बत थी हम दोनों के दिलो में
और कितना खुबसूरत अरमान था,
नींद से जागा और पता चला की
हकीकत कुछ और थी और वो सब ख्वाब था.....

अमरदीप सिंह

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