प्यार अगर खुदा होता, तो मेरा यार कभी ना मुझसे जुदा होता..
मै भी हरदम हँसता खेलता, मेरी आँख में आंसू का नमूना ना होता..
जब भी वो आते जीने की राह दिखती, उनके जाते ही मेरा घर सुना ना होता..
अब तो दिन और रात भी अपने ना रहे, वक़्त का यूँ बेवफा होना ना लगता..
"अमरदीप"आज भी उनकी राह ताकता है, अब ये जग मुझे किनारा या कोना ना लगता..
>>अमरदीप<<
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