माना किसी के जज्बातों के साथ खेलना उनका पेशा रहा होगा,
हम भी जज्बातों में बह गए होंगे।
दिल में अपने उन्हें जगा देकर,
हम खुद दिल तक उनके ना पहुंचे होंगे।
प्यार वो भी हमसे करते है ऐसा झूठ ही कहा था उन्होंने,
उस झूठ को ही सही कभी तो वो याद किया करते होंगे।
आज वो खुश है किसी के साथ अपनी दुनिया में,
हम भी खुश होंगे अपनी दुनिया में ऐसा वो सोचा करते होंगे।।
{ अमरदीप सिंह }
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